अग्नि देवता का स्वरूप
- दिशा: दक्षिण-पूर्व (अग्नि कोण)
- तत्व: अग्नि
- स्वामी ग्रह: शुक्र
- गुण: ऊर्जा, शक्ति, रूपांतरण
वास्तु शास्त्र में अग्नि देवता की भूमिका
अग्नि कोण में सही वास्तु होने से परिवार में समृद्धि, सेहत और सकारात्मकता बनी रहती है।
✅ शुभ प्रभाव
- घर में ऊर्जा और जीवनशक्ति बनी रहती है।
- आर्थिक समृद्धि और उन्नति होती है।
- स्वास्थ्य संबंधी लाभ होते हैं।
❌ अशुभ प्रभाव (वास्तु दोष होने पर)
- घर में कलह और मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
- आर्थिक हानि और रुकावटें आ सकती हैं।
- स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
अग्नि देवता की पूजा और वास्तु उपाय
- रसोईघर को दक्षिण-पूर्व दिशा में बनाना शुभ होता है।
- अग्नि देवता की आराधना करें और हवन करें।
- रोज़ाना दीपक जलाना और अग्नि तत्व को संतुलित रखना आवश्यक है।
- इस दिशा में लाल और नारंगी रंग का प्रयोग करना शुभ होता है।
निष्कर्ष
अग्नि देवता जीवन में ऊर्जा, शक्ति और समृद्धि प्रदान करते हैं। अग्नि कोण का सही वास्तु संतुलन जीवन में सफलता और सुख-शांति बनाए रखने में सहायक होता है।
"अग्नि देवता की कृपा से जीवन में उन्नति और शक्ति बनी रहती है।"