पुष्पदंत देवता का स्वरूप
- दिशा: उत्तर
- तत्व: जल
- स्वामी ग्रह: चंद्रमा
- गुण: शांति, ज्ञान, पवित्रता
वास्तु शास्त्र में पुष्पदंत देवता का महत्व
पुष्पदंत देवता की कृपा से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जिससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
✅ शुभ प्रभाव
- इस दिशा को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने से मन की शांति मिलती है।
- ज्ञान, ध्यान और आध्यात्मिकता में वृद्धि होती है।
- घर के सदस्यों में प्रेम और सहयोग बढ़ता है।
❌ अशुभ प्रभाव (वास्तु दोष होने पर)
- अगर उत्तर दिशा में गंदगी या भारी सामान रखा गया हो, तो मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
- इस दिशा में टॉयलेट या कचरा होने से आर्थिक समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
पुष्पदंत देवता की कृपा प्राप्त करने के उपाय
- उत्तर दिशा को हमेशा स्वच्छ और खुला रखें।
- हर सोमवार भगवान शिव और पुष्पदंत देवता की आराधना करें।
- उत्तर दिशा में जल स्रोत (कुआँ, फव्वारा) बनाना शुभ होता है।
- इस दिशा में हल्के और शांत रंगों का प्रयोग करें।
निष्कर्ष
पुष्पदंत वास्तु देवता शांति, पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा के स्रोत माने जाते हैं। इनकी कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है।