यम देवता की विशेषताएँ
- दिशा: नैऋत्य (दक्षिण-पश्चिम)
- तत्व: पृथ्वी
- स्वामी ग्रह: राहु और मंगल
- ऊर्जा: अनुशासन, सुरक्षा, न्याय
शुभ प्रभाव
- घर और परिवार में अनुशासन और स्थिरता बनी रहती है।
- पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- आर्थिक और व्यावसायिक सफलता मिलती है।
❌ अशुभ प्रभाव (वास्तु दोष होने पर)
- घर में अस्थिरता और मानसिक तनाव बढ़ता है।
- आर्थिक अस्थिरता और बाधाएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
- स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं।
यम देवता की पूजा और वास्तु उपाय
- नैऋत्य दिशा में सफाई और प्रकाश की उचित व्यवस्था करें।
- शनिवार को पीपल के पेड़ की पूजा करें और दीप जलाएँ।
- "ॐ यमाय नमः" मंत्र का जाप करें।
निष्कर्ष
यम देवता नैऋत्य दिशा के रक्षक हैं और यह दिशा संतुलन और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होती है। उचित वास्तु उपाय अपनाने से जीवन में स्थिरता और समृद्धि बनी रहती है।
"यम देवता की कृपा से जीवन में अनुशासन, सुरक्षा और न्याय बना रहता है।"