वास्तु दोष निवारण के सरल उपाय बिना तोड़-फोड़ के
वास्तु दोष किसी भी भवन, प्लॉट, या स्थान पर नकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकता है, जिससे आर्थिक, शारीरिक, मानसिक और पारिवारिक समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। लेकिन बिना किसी तोड़-फोड़ के कुछ आसान और प्रभावी उपायों से वास्तु दोष को संतुलित किया जा सकता है।
1. दिशाओं के अनुसार वास्तु दोष निवारण
(क) उत्तर-पूर्व (ईशान) दोष निवारण
समस्या: ईशान कोण का बंद होना या गंदगी होने से मानसिक अशांति, आर्थिक समस्याएँ और स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।
उपाय:
- ✔ यहाँ एक कांच का बाउल रखें और उसमें जल व तुलसी के पत्ते डालें।
- ✔ घर के इस भाग में गंगाजल का नियमित छिड़काव करें।
- ✔ यहाँ पर क्रिस्टल बॉल या पीतल का सूर्य लगाएँ।
- ✔ इस कोने में हल्के रंग (सफेद, हल्का नीला) के परदे या पेंट करें।
(ख) दक्षिण-पूर्व (अग्नि कोण) दोष निवारण
समस्या: यहाँ पानी का स्रोत होने से पारिवारिक झगड़े, मानसिक तनाव और रोग बढ़ते हैं।
उपाय:
- ✔ यहाँ लाल बल्ब या लाल रंग की मोमबत्ती जलाएँ।
- ✔ यदि किचन यहाँ नहीं है, तो गैस स्टोव का चित्र या अग्नि यंत्र रखें।
- ✔ हनुमानजी का चित्र या पंचमुखी हनुमान यंत्र लगाएँ।
- ✔ इस क्षेत्र में कोई नीला रंग ना रखें, क्योंकि यह अग्नि तत्व को कमजोर कर सकता है।
(ग) दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य कोण) दोष निवारण
समस्या: यह भाग कमजोर होने से आर्थिक अस्थिरता, भय और पारिवारिक समस्याएँ बढ़ती हैं।
उपाय:
- ✔ यहाँ भारी फर्नीचर, तिजोरी या महत्वपूर्ण दस्तावेज रखें।
- ✔ इस स्थान पर गाय के गोबर से बने कंडे जलाने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
- ✔ पिरामिड या ब्रास का कछुआ रखने से स्थिरता आती है।
- ✔ यह स्थान ऊँचा और बंद होना चाहिए, यहाँ कोई खुली खिड़की न हो।
(घ) उत्तर-पश्चिम (वायव्य कोण) दोष निवारण
समस्या: यह दिशा कमजोर हो तो कानूनी परेशानियाँ, वैवाहिक समस्याएँ और व्यापार में बाधाएँ आती हैं।
उपाय:
- ✔ इस क्षेत्र में सफेद या क्रीम रंग का प्रयोग करें।
- ✔ यहाँ एक सिल्वर बाउल में पानी भरकर रखें।
- ✔ भगवान शिव या चंद्र यंत्र लगाएँ।
- ✔ इस कोने में तुलसी का पौधा रखने से लाभ होता है।
2. मुख्य द्वार के वास्तु दोष निवारण
समस्या: यदि दरवाजा गलत दिशा में हो या उसके सामने कोई बाधा हो, तो घर में धन हानि, स्वास्थ्य समस्याएँ और नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती हैं।
उपाय:
- ✔ मुख्य द्वार पर अशोक के पत्ते या स्वास्तिक लगाएँ।
- ✔ दरवाजे के दोनों ओर गंगाजल या गौमूत्र का छिड़काव करें।
- ✔ यदि दरवाजा दक्षिणमुखी है, तो वहाँ हनुमान जी का चित्र या पंचमुखी हनुमान यंत्र लगाएँ।
- ✔ मुख्य द्वार के पास एक बड़ा क्रिस्टल बॉल या पंचमुखी रुद्राक्ष टांगें।
3. तिजोरी (धन स्थान) के वास्तु दोष निवारण
समस्या: यदि तिजोरी गलत दिशा में हो तो धन हानि और आर्थिक अस्थिरता हो सकती है।
उपाय:
- ✔ तिजोरी उत्तर दिशा में खोलने वाली होनी चाहिए।
- ✔ तिजोरी में स्फटिक शिवलिंग या पीली कौड़ी रखें।
- ✔ लाल कपड़े में गुड़हल का फूल या चांदी का सिक्का बांधकर तिजोरी में रखें।
- ✔ तिजोरी के पास एक छोटा कांच का बाउल रखें, जिसमें पानी और चांदी की कोई वस्तु हो।
4. बाथरूम के वास्तु दोष निवारण
समस्या: गलत स्थान पर बाथरूम होने से आर्थिक हानि, स्वास्थ्य समस्याएँ और पारिवारिक कलह होती है।
उपाय:
- ✔ बाथरूम के अंदर एक कटोरी में समुद्री नमक रखें।
- ✔ बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें।
- ✔ पश्चिमी टॉयलेट सीट हो तो वहाँ नीला बल्ब जलाएँ।
- ✔ यदि बाथरूम उत्तर-पूर्व में हो, तो वहाँ तुलसी का पौधा लगाएँ।
5. रसोई घर (किचन) के वास्तु दोष निवारण
समस्या: किचन गलत दिशा में होने से परिवार में कलह, धन हानि और बीमारियाँ हो सकती हैं।
उपाय:
- ✔ यदि किचन उत्तर-पूर्व में हो, तो यहाँ लाल बल्ब जलाएँ और गंगाजल का छिड़काव करें।
- ✔ दक्षिण-पूर्व में गैस जलानी चाहिए, यदि यह संभव न हो तो गैस स्टोव के पास पीतल का सूर्य रखें।
- ✔ किचन में पानी और आग का संतुलन बनाए रखें (सिंक और गैस स्टोव दूर रखें)।
6. बेडरूम के वास्तु दोष निवारण
समस्या: गलत दिशा में बेडरूम होने से पति-पत्नी के संबंधों में तनाव आता है और मानसिक शांति भंग होती है।
उपाय:
- ✔ बेड इस तरह रखें कि सोते समय सिर दक्षिण या पूर्व दिशा में हो।
- ✔ बेडरूम में रोमांटिक रंग जैसे हल्का गुलाबी या क्रीम रंग प्रयोग करें।
- ✔ यहाँ कोई भारी धातु का वस्त्र या पिरामिड रखें।
- ✔ बेड के नीचे स्टोरेज न रखें और दर्पण को बेड से दूर रखें।
7. सीढ़ियों के वास्तु दोष निवारण
समस्या: गलत दिशा में सीढ़ियाँ होने से धन हानि और मानसिक तनाव बढ़ता है।
उपाय:
- ✔ सीढ़ियाँ दक्षिण या पश्चिम में होनी चाहिए, यदि ऐसा न हो तो वहाँ पीले रंग का बल्ब जलाएँ।
- ✔ सीढ़ियों के नीचे गौमूत्र का छिड़काव करें और तुलसी का पौधा रखें।
- ✔ हर सीढ़ी पर गुलाबी, लाल या पीले रंग की पट्टियाँ लगाएँ।
8. ईशान कोण दोष निवारण (पूजा स्थल के लिए)
- ✔ इस स्थान को हमेशा साफ-सुथरा रखें।
- ✔ यहाँ स्फटिक का शिवलिंग या श्री यंत्र रखें।
- नियमित रूप से दीपक जलाएँ और गंगाजल का छिड़काव करें।
- निष्कर्ष
- वास्तु दोष बिना तोड़-फोड़ के भी संतुलित किए जा सकते हैं। यदि सही उपाय अपनाए जाएँ, तो घर में सुख-शांति, धन-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। घर को सकारात्मक ऊर्जा से भरने के लिए गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, या विष्णु सहस्रनाम का नियमित जाप करें। 🏡✨
- आपकी समृद्धि और खुशहाली की शुभकामनाएँ! 🚩