वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम

वास्तु दोष निवारण के सरल उपाय बिना तोड़-फोड़ के


वास्तु शास्त्र के अनुसार, शयनकक्ष (Bedroom) का स्थान, दिशा और व्यवस्था व्यक्ति के मानसिक, शारीरिक और आर्थिक जीवन को प्रभावित करता है। यहाँ हम विस्तार से जानेंगे कि वास्तु के अनुसार बेडरूम का निर्माण और सजावट कैसे होनी चाहिए।

1. बेडरूम की सही दिशा

किसका बेडरूम किस दिशा में होना चाहिए?

व्यक्ति दिशा कारण

मुखिया (गृहस्वामी)

दक्षिण-पश्चिम (South-West) यह स्थिरता, समृद्धि और शक्ति का प्रतीक है।
नवविवाहित दंपति पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम यह प्रेम और आपसी समझ को बढ़ाता है।
बच्चों का कमरा पूर्व या उत्तर-पूर्व (East/North-East) यह सकारात्मक ऊर्जा और एकाग्रता को बढ़ाता है।
बुजुर्गों का कमरा उत्तर-पूर्व या पूर्व यह स्वास्थ्य और मानसिक शांति देता है।
मेहमानों का कमरा उत्तर-पश्चिम (North-West) यह अस्थायी प्रवास के लिए आदर्श है।

2. बेड की स्थिति और दिशा

  • बेड को दक्षिण या पश्चिम दीवार से सटाकर रखना चाहिए।
  • सोते समय सिर दक्षिण या पूर्व दिशा में होना चाहिए, ताकि ऊर्जा संतुलित रहे।
  • उत्तर दिशा में सिर रखकर सोने से मानसिक अस्थिरता और तनाव बढ़ सकता है।
  • बेड को दीवार से दूर न रखें, इससे असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो सकती है।

3. बेडरूम में क्या करें और क्या न करें

  • हल्के और शांतिपूर्ण रंगों का प्रयोग करें (हल्का नीला, गुलाबी, हल्का हरा)।
  • लकड़ी का बेड उपयोग करें, यह सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है।
  • बेड के नीचे सफाई रखें और वहां कोई फालतू सामान न रखें।
  • सुगंधित मोमबत्तियां और खुशबूदार फूल रखें, इससे सकारात्मकता बनी रहती है।
  • ताजे फूल और हल्की रोशनी का प्रयोग करें।

क्या न करें?

  • बेड के सामने आईना न रखें, इससे नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है।
  • बेड के ऊपर बीम या भारी लटकते फर्नीचर न रखें।
  • इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे टीवी, लैपटॉप, मोबाइल बेड के पास न रखें, यह नकारात्मक ऊर्जा बढ़ाते हैं।
  • बेडरूम में फालतू सामान और कबाड़ इकट्ठा न करें।
  • दरवाजे के ठीक सामने बेड न लगाएं।

4. बेडरूम के रंगों का चयन

रंगों का प्रभाव व्यक्ति के मूड और जीवन पर पड़ता है। सही रंग का चयन बहुत महत्वपूर्ण होता है।

  • ✔ मुख्य द्वार पर अशोक के पत्ते या स्वास्तिक लगाएँ।
  • ✔ दरवाजे के दोनों ओर गंगाजल या गौमूत्र का छिड़काव करें।
  • ✔ यदि दरवाजा दक्षिणमुखी है, तो वहाँ हनुमान जी का चित्र या पंचमुखी हनुमान यंत्र लगाएँ।
  • ✔ मुख्य द्वार के पास एक बड़ा क्रिस्टल बॉल या पंचमुखी रुद्राक्ष टांगें।

3. तिजोरी (धन स्थान) के वास्तु दोष निवारण

समस्या: यदि तिजोरी गलत दिशा में हो तो धन हानि और आर्थिक अस्थिरता हो सकती है।

उपाय:

  • ✔ तिजोरी उत्तर दिशा में खोलने वाली होनी चाहिए।
  • ✔ तिजोरी में स्फटिक शिवलिंग या पीली कौड़ी रखें।
  • ✔ लाल कपड़े में गुड़हल का फूल या चांदी का सिक्का बांधकर तिजोरी में रखें।
  • ✔ तिजोरी के पास एक छोटा कांच का बाउल रखें, जिसमें पानी और चांदी की कोई वस्तु हो।

4. बाथरूम के वास्तु दोष निवारण

समस्या: गलत स्थान पर बाथरूम होने से आर्थिक हानि, स्वास्थ्य समस्याएँ और पारिवारिक कलह होती है।

उपाय:

  • ✔ बाथरूम के अंदर एक कटोरी में समुद्री नमक रखें।
  • ✔ बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें।
  • ✔ पश्चिमी टॉयलेट सीट हो तो वहाँ नीला बल्ब जलाएँ।
  • ✔ यदि बाथरूम उत्तर-पूर्व में हो, तो वहाँ तुलसी का पौधा लगाएँ।

5. रसोई घर (किचन) के वास्तु दोष निवारण

समस्या: किचन गलत दिशा में होने से परिवार में कलह, धन हानि और बीमारियाँ हो सकती हैं।

उपाय:

  • ✔ यदि किचन उत्तर-पूर्व में हो, तो यहाँ लाल बल्ब जलाएँ और गंगाजल का छिड़काव करें।
  • ✔ दक्षिण-पूर्व में गैस जलानी चाहिए, यदि यह संभव न हो तो गैस स्टोव के पास पीतल का सूर्य रखें।
  • ✔ किचन में पानी और आग का संतुलन बनाए रखें (सिंक और गैस स्टोव दूर रखें)।

6. बेडरूम के वास्तु दोष निवारण

समस्या: गलत दिशा में बेडरूम होने से पति-पत्नी के संबंधों में तनाव आता है और मानसिक शांति भंग होती है।

उपाय:

  • ✔ बेड इस तरह रखें कि सोते समय सिर दक्षिण या पूर्व दिशा में हो।
  • ✔ बेडरूम में रोमांटिक रंग जैसे हल्का गुलाबी या क्रीम रंग प्रयोग करें।
  • ✔ यहाँ कोई भारी धातु का वस्त्र या पिरामिड रखें।
  • ✔ बेड के नीचे स्टोरेज न रखें और दर्पण को बेड से दूर रखें।

7. सीढ़ियों के वास्तु दोष निवारण

समस्या: गलत दिशा में सीढ़ियाँ होने से धन हानि और मानसिक तनाव बढ़ता है।

उपाय:

  • ✔ सीढ़ियाँ दक्षिण या पश्चिम में होनी चाहिए, यदि ऐसा न हो तो वहाँ पीले रंग का बल्ब जलाएँ।
  • ✔ सीढ़ियों के नीचे गौमूत्र का छिड़काव करें और तुलसी का पौधा रखें।
  • ✔ हर सीढ़ी पर गुलाबी, लाल या पीले रंग की पट्टियाँ लगाएँ।

8. ईशान कोण दोष निवारण (पूजा स्थल के लिए)

  • ✔ इस स्थान को हमेशा साफ-सुथरा रखें।
  • ✔ यहाँ स्फटिक का शिवलिंग या श्री यंत्र रखें।
  • नियमित रूप से दीपक जलाएँ और गंगाजल का छिड़काव करें।
  • निष्कर्ष
  • वास्तु दोष बिना तोड़-फोड़ के भी संतुलित किए जा सकते हैं। यदि सही उपाय अपनाए जाएँ, तो घर में सुख-शांति, धन-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। घर को सकारात्मक ऊर्जा से भरने के लिए गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, या विष्णु सहस्रनाम का नियमित जाप करें। 🏡✨
  • आपकी समृद्धि और खुशहाली की शुभकामनाएँ! 🚩